35 वर्षों में समीक्षा-जर्नल के खेल स्तंभकार ने यह सब देखा और सुना है। जैसे ही वह सेवानिवृत्त होता है, वह अपने कुछ सबसे यादगार मुकाबलों और कहानियों को याद करता है।